जानिए किस रोग में फायदेमंद होती है जमीकंद
जमीकंद या सुरण एक वनस्पति है। जो हिंदुस्तान के सभी भागो मे सब्ज़ी बनाने और औषधि में प्रयोग मे काम आती है। आयुर्वेद_के मत से जमीकंद रूखा, कसेला और खुजली पैदा करने वाला होता हैं।यह रुचिवर्धक और कफ को नष्ट करता है यह बवासीर में बहुत लाभ पहुँचता है।जमीकंद पेट का दर्द खून की कमी में लाभदायक है।इसके कंद का मुरब्बा या आचार पेट का अफारा उतारने वाला और शांतिदायक माना जाता है। इसकी जड़ आंखों के रोग में उपयोगी है। इसे फोड़ो पर भी लगाने के काम मे लेते हैं। जमीकंद का गुदा और बीजो को पीसकर लेप करने से गठिया मे लाभ होता हैं।जमीकंद को इमली के पानी और धान के तुरो के साथ उबालकर, धोकर साग बनाकर खाने से बवासीर मिटती है।इसका चूर्ण बनाकर सुबह को लेने से भी बवासीर में लाभ होता है। जमीकंद को पीसकर लगाने से बिच्छू या कोई दूसरे जहरीले कीड़े के काटने पर लगाने से विष उतर जाता हैं।