बच्चों ने तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प लिया
ऋषिकेश-तीर्थनगरी के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने स्वर्गाश्रम क्षेत्र में जागरूकता रैली निकालकर तंबाकू उन्मूलन के प्रति लोगों को जागरूक किया। इस दौरान सभी बच्चों ने तंबाकू और अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन न करने का संकल्प भी लिया। सोमवार को परमार्थ निकेतन में तंबाकू उन्मूलन को लेकर आयोजित जागरूकता रैली में ऋषिकेश के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने प्रतिभाग किया। रैली का शुभारंभ करते हुए परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि एक दिन में 8 से 10 बार गुटखा खाने का मतलब 40 सिगरेट पीने के बराबर है। धूम्रपान से 30 प्रकार रसायन शरीर में जाते है, जो कैंसर कारक है। धूम्रपान से मुंह, गले, फेफड़े, किडनी, पैनक्रियाज और पेट का कैंसर होने का खतरा होता है। भारत में 10 अरब सिगरेट और 72 करोड़ 50 लाख किलो तम्बाकू का उत्पादन होता है, जिसे विभिन्न रूपों में खाया जाता है। जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि लोगों को तंबाकू के सेवन से दूर रहने का संदेश दिया। इस दौरान स्वर्गाश्रम क्षेत्र में छात्रों ने स्लोगन और पोस्टर के माध्यम से लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के प्रति आगाह किया। मौके पर मानस कथा व्यास मुरलीधर, संत राजेन्द्र दास महाराज, संत किशोरदास देवाचार्य आदि उपस्थित थे।