गर्मी में पेयजल किल्लत से निपटने की तैयारी
ऋषिकेश
गर्मियों में घरेलू पेयजल की खपत बढ़ जाती है। इससे कई इलाकों में पेयजल संकट गहरा जाता है। इस बार पीने के पानी की कमी नहीं हो, इसके लिए जल संस्थान पानी का दुरुपयोग होने से रोकेगा। निर्माण कार्य में घरेलू पेयजल के प्रयोग पर पाबंदी रहेगी। यह पाबंदी 1 अप्रैल से लग सकती है। सप्ताहभर से गर्मी असर दिखाने लगी है। घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पंखे चलने लगे हैं। गर्मी के चलते हलक तर करने के लिए पानी की खपत भी बढऩे लगी है। अभी शुरुआत में यह हाल है तो आगामी माह में भीषण गर्मी पडऩे पर पेयजल की खपत बढ़ जाएगी। पानी की खपत बढ़ते ही पेयजल के लिए हाहाकार मचना स्वभाविक है। लेकिन, इस बार जल संस्थान पानी की कमी से उपभोक्ताओं को निजात दिलाने के लिए तैयारी कर रहा है। ज्यादातर पानी की खपत निर्माण कार्य और खेतों की सिंचाई में होता है। जलसंस्थान अप्रैल से नए निर्माण में घरेलू पानी के इस्तेमाल और खेत अथवा किचन गार्डन में सिंचाई पर रोक लगा सकता है। बस इंतजार है मुख्यालय स्तर से शासनादेश जारी होने का। जलकल अभियंता अनिल नेगी ने बताया कि घरेलू पानी का दुरुपयोग रोकने के लिए योजना बनाई है। एक अप्रैल से 30 जून तक नए निर्माण और सिंचाई को घरेलू पेयजल का प्रयोग नहीं हो सकेगा। शासनादेश जारी होते ही इसे कड़ाई से लागू कर दिया जाएगा।