सदन में भारी हंगामा करने पर शिअद विधायक निलंबित
चंडीगढ –
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में भारी हंगामा हुआ। स्पीकर की चेतावनी के बावजूद शिरोमणि अकाली दल के विधायकों को तीन दिन के लिए निलंबित (नेम) कर दिया गया। मार्शलों ने शिअद के विधायकों को सदन से बाहर कर दिया। इससे पहले भी हंगामे के कारण स्घ्पीकर को सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्घ्थगित करनी पड़ी। बाद में फिर कार्यवाही शुरू होने पर शिअद विधायकों ने नारेबाजी और शोरगुल शुरू कर दिया। इस पर स्घ्पीकर ने शिअद सदस्घ्यों को तीन दिन के लिए नेम (निलंबित) करने की चेतावनी दी। बाद में मुख्यमंत्री कैप्घ्टन अमरिंदर सिंह ने सदन में एक प्रस्घ्ताव पेश किया। इसमें कहा गया है कि केंद्र पिछले दिनों बनाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद करे।
स्पीकर की बार-बार चेतावनी के बावजूद शिरोमणि अकाली दल के विधायक मुख्घ्यमंत्री कैप्घ्टन अमरिंदर सिंह के भाषण को बाधित करते रहे। इसके बाद विधानसभा अध्घ्यक्ष ने शिअद के विधायकों को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया और उनके सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी। इसके बाद अकाली विधायक सदन की वेल में आकर बैठ गए। शिकद के नौ विधायकों ने वहां बैठकर एक दूसरे की बाहें पकड़ लीं। बिक्रम मजीठिया, हरिंदर चंदूमाजरा, डॉ सुखविंदर कुमार, पवन टीनू, कंवरजीत सिंह, एनके शर्मा, शरनजीत सिंह ढिल्लों, गुरप्रताप वडाला, बलविंदर सिंह खैहरा सदन बैठ गए। बाद में उन्हें उठाने के लिए मार्शल्स आ गए। इस पर शिअद विधायकों ने कोई विरोध नहीं किया और मार्शलों के साथ सदन से बाहर चले गए।