Sunday, May 19, 2024
दिल्ली

मुगल गार्डन में 13 फरवरी से आएंगी बहार, 200 से ज्यादा किस्मों के फूल पर्यटकों को लुभाएंगे

नई दिल्ली –

देश के प्रथम नागरिक निवास राष्ट्रपति भवन प्रांगण में स्थित मुगल गार्डन में बहार आने वाली है। सख्त कोविड नियमों के साथ शनिवार से जनता के लिए खुल जाएगा। यहां पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नाम पर लगाया गया पीला गुलाब सहित 200 से ज्यादा किस्मों के फूल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए तैयार हैं। इस साल मुगल गार्डन 13 फरवरी से 21 मार्च तक खुला रहेगा, मगर रखरखाव के लिए हर सोमवार को बंद रहेगा। इस साल, मौसमी फूलों की 70 किस्में, 20 तरह की डहलिया और गुलाब की 138 किस्में देखने को मिलेंगी। जिसका रोपण साल 2017 में किया गया था।

हालांकि, चमकीला सुंदर ट्यूलिप फूल इस बार यहां नहीं दिखेगा, क्योंकि इस विदेशी फूल को कोविड प्रतिबंधों के कारण नीदरलैंड से आयात नहीं किया जा सका। बागवानी विभाग के प्रभारी पीएन जोशी ने कहा, ष्हमने कोविड के समय में बगीचे को खूबसूरत बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत की है और इस बार गुलाब और जापानी फूल डबल स्टॉक खास आकर्षण होंगे।ष् मुगल गार्डन औषधीय जड़ी-बूटी का उद्यान भी है। यहां गिलोय सहित 40 किस्म के ऐसे पौधे हैं, जिन्हें कोविड पीड़ितों के लिए फायदेमंद माना जाता है। राष्ट्रपति सचिवालय ने गुरुवार को मीडिया के लिए गार्डन खोला, जबकि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इसे शनिवार से जनता के लिए खोलने से पहले, शुक्रवार को खुद देखेंगे।

इस साल की प्रवेश प्रक्रिया के बारे में उप प्रेस सचिव कीर्ति तिवारी ने बताया कि इस बार, केवल ऑनलाइन बुकिंग स्वीकार की जाएगी। प्रतिदिन केवल 700 लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। एक बार में 100 लोगों को प्रवेश करने दिया जाएगा। इस तरह सात बार में 700 लोग मुगल गार्डन देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बुकिंग के बाद आवंटित समय से पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना होगा। निर्धारित अवधि में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मुगल गार्डन खुला रहेगा। एक अधिकारी ने कहा कि पिछले साल कम से कम 4 लाख लोगों ने और सप्ताहांत के दिनों में लगभग 60,000 आगंतुकों ने मुगल गार्डन देखा था। इस साल आगंतुकों की संख्या बहुत कम रहने का अनुमान है। आगंतुकों को नॉर्थ एवेन्यू साइड से गेट नंबर 35 से प्रवेश की अनुमति होगी और एक घंटे के भीतर लौटना होगा। गार्डन में केवल पांच व्यक्ति एक साथ हो सकते हैं, जहां सभी सामाजिक सुरक्षा प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए, सैनिटाइटर और पीने के पानी की उचित व्यवस्था की गई है।

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