Monday, April 29, 2024
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संजय दत्‍त की बेटी त्रिशाला ने सुनाए बॉयफ्रेंड के टॉर्चर के किस्‍से, मैं कचरे की तरह ट्रीट की जाती थी

मुंबई…….

बॉलिवुड ऐक्‍टर संजय दत्‍त की बेटी त्रिशाला दत्‍त सोशल मीडिया पर काफी ऐक्‍टिव रहती हैं। वह अक्‍सर फैंस और फॉलोअर्स के साथ बातचीत भी करती हैं। फिलहाल, वह न्‍यूयॉर्क में साइकोथेरपिस्‍ट के रूप में काम कर रही हैं। हाल ही में आस्क मी एनीथिंग सेशन के दौरान त्रिशाला ने अपने रिलेशनशिप और अफेयर के दौरान झेलीं मुश्‍किलों पर खुलकर बात की। उन्‍होंने फैंस के कई इंट्रेस्टिंग सवालों के भी जवाब दिए। एक यूजर ने पूछा कि क्‍या त्रिशाला ने अपने रिलेशनशिप्‍स में कोई गलती की है, इस पर उन्‍होंने कहा, श्मैं कुछ वर्षों पहले एक शख्‍स के साथ श्डेटिंगश् कर रही थी और डेटिंग शब्‍द को मैं इसलिए कोट कर रही हूं क्‍योंकि असल में मैं खुद को डेट कर रही थी। त्रिशाला ने बताया, श्उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था लेकिन मुझे उसे समझाना पड़ा कि हमारा साथ रहना जरूरी ही क्‍यों है। मुझे याद है कि मैं उससे कहती थी कि मैं तुम्‍हें हफ्तेभर का समय दे रही हूं। तुम इस पर सोचो।श् त्रिशाला बताती हैं कि उनका बॉयफ्रेंड ऐसा फील कराता था जैसे वह किसी काम की नहीं हैं। उन्‍होंने कहा, श्मैं कचरे की तरह ट्रीट की जाती थी।

त्रिशाला ने कहा कि हर दिन मुझे लगता था कि मेरा बुरा दिन गया। मैं सोचती थी कि कल सबकुछ ठीक होगा, लेकिन यह बेहतर होने के बजाय बुरा होता चला गया।श् वहीं, बॉयफ्रेंड के आक्रामक व्‍यवहार पर बात करते हुए त्रिशाला ने कहा, श्वह धीरे-धीरे मुझे मेरे दोस्‍तों से दूर करता गया और मुझे इसका एहसास भी नहीं होने दिया। अगर मैं कभी भी बाहर जाती थी तो घर लौटकर उसे मेसेज करती थी। इस पर वह अग्रेसिव मेसेज भेजता था कि ओह, आज घर कोई देर से पहुंचा।श् त्रिशाला के मुताबिक, श्वह ऐसा दर्शाता था जैसे मैंने कोई ऐसा काम कर दिया जो नहीं करना चाहिए था। अब प्‍लीज यह कहने की जरूरत नहीं है कि हो सकता है कि वह मजाक कर रहा हो। नहीं, मैं उसे और उसके पास्‍ट को अच्‍छे से जानती हूं।श् इन चीजों से त्रिशाला कैसे उबरीं, इस पर बात करते हुए उन्‍होंने बताया, श्मैंने कई वर्षों तक खुद पर काम किया और मैं सोचती रही कि मैं क्‍यों उस रिलेशनशिप में थी जबकि मैं शुरू से अच्‍छे से जानती थी।श् संजय दत्‍त की बेटी ने आगे बताया, श्मेरे टॉक्‍सिक बिहेवियर के कारण मैं खुद के लिए नहीं खड़ी हो पा रही थी और इसीलिए वह मुझे इस तरह ट्रीट करता रहा। मैंने उसे स्‍वीकार किया। लानत है मुझ पर लेकिन मैं बढ़ी, सीखा और अब मैं यहां हूं।

 

 

 

(ईएमएस)

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