डंपर धसने से गुणवत्ता व मानकों के दावों की पोल खुली
संदीप चौहान
हरिद्वार —
कुंभ मेले केे निर्माण कार्यों को कितने गुणवत्ता व मानकों के अनुरूप कराया जा रहा है। जिसकी पोल आज ज्वालापुर में उस वक्त खुलकर सामने आ गयी। जब पांडे वाला रोड अनाज मंडी के पास एक डंपर नई बनी सड़क में धंस गया। बुधवार को बाजार में साप्ताहिक बंदी होने के कारण लोगों की आवाजाही नहीं होने के कारण कोई बडा हादसा होने से टल गया। जिसको लेकर व्यापारिरयों सहित विपक्षी राजनीतिक दलों ने मामले को हाथों हाथ लेते हुए मेले के निर्माण में भ्रष्टाचार का मुद्दा बना दिया। बताया जा रहा है कि हादसे के दो घण्टे बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। हादसे पर स्थानीय विधायक आदेश चौहान का कहना है कि ये नई सड़क है। जबकि स्थानीय निवासियों का कहना है कि वर्ष 2005 के बाद से इस सड़क का कोई पुनर्निर्माण नही हुआ है। बताते चलें कि इसी मार्ग से अखाड़ों की पेशवाई भी निकलनी है। दूसरी घटना रेलवे पुलिस चैकी ज्वालापुर के समीप जहां आज ही भगवान राम की प्रतिमा को स्थापित किया जा रहा था। उससे चन्द कदम की दूरी पर जहाँ टाइलों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली सड़क में धंस गयी। जबकि अभी इसी सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। कुम्भ के नाम पर जो निर्माण कार्य चल रहे हैं उसकी गुणवत्ता व मानकों की पूर्णतया अनदेखी का आरोप लगाया जा रहा है। मेले से जुड़े अधिकारी हो या सत्ताधारी नेता बैठकों में ही निर्माण कार्यों में पारदर्शिता के दावे किये जा रहे है। जबकि वास्तविकता पारदर्शिता और गुणवत्ता से कोसों दूर देखी जा रही है।