भीम आर्मी, आम आदमी पार्टी, वामन मेश्राम तीनो का समर्थन होने के बावजूद भी नही जुट पायी भीड़
दिल्ली- रामलीला मैदान नई दिल्ली में संविधान बचाओ संघर्ष समिति के मुखिया वामन मेश्राम के नेत्र्तव में आज रैली का आयोजन किया गया। जिसमें आम आदमी पार्टी और भीम आर्मी का समर्थन व सहयोग रहा। रैली का मुख्य उदेशय अनुसूचित जाति- जनजाति अत्याचार निवारण कानून के पक्ष में दलितों द्वारा 2 अप्रैल 2018 को किये भारत बंद के दौरान पुलिस की गोलियों से मारे गए दलित युवाओं की शहादत को श्रद्धांजलि एवं संविधान बचाने को लेकर आयोजन किया गया। भारी मात्रा में कार्यकर्ताओं के आने की सम्भावना के चलते आयोजकों द्वारा रैली स्थल पर चाक -चौबंद व्यवस्था की गयी थी और पुलिस प्रशासन भी कानून व्यवस्था के लिए मुस्तैद रहा।। मुस्तैद होना भी चाहिए ,क्योकि रैली को दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ही नहीं भीम आर्मी का भी समर्थन प्राप्त है । वो भीम आर्मी जो मैन स्ट्रीम मिडिया में बहुत सुर्खिया बटोर रही है ,जिसे मिडिया मायावती का विकल्प साबित करने में उतावला है। दोपहर के एक बजे तक रामलीला मैदान में लगभग हजार से पंद्रह सो लोग ही पहुँच पाए , जब आयोजक अपनी उम्मीद से नाउम्मीद होने लगे , तब आयजकों ने अपनी विफलता का ठीकरा पुलिस प्रशासन पर फोड़ना शुरू कर दिया। और आरोप लगाने लगे जो अक्षर लगाए जाते है कि मोदी और योगी की पुलिस द्वारा हमारी हजारों बसें रास्ते में ही रोक दी है। उम्मीद के अनुसार जनता का न आना कहीं न कहीं दलितों में “वामन मेश्राम , राजेन्द्र पल गौतम और भीम आर्मी ” के प्रति समर्थन की पोल खोलता नजर आता है। यह रिपोर्ट दोपहर दो बजे तक की है । रिर्पोट कपिल बर्मन