Wednesday, May 15, 2024
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दो वर्ष में किया था 01 करोड़ 21 लाख से ज्यादा का गबन,मेरठ से गिरफ्तार

हरिद्वार –

छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल संस्थान के निदेशक को एसआईटी टीम ने मेरठ से गिरफ्तार किया है। जिसने फर्जी छात्रों का दाखिला दिखाकर समाज कल्याण विभाग हरिद्वार से दो साल में 01 करोड़ 21 लाख से ज्यादा धनराशि का गबन किया था। जांच में एसआईटी ने वर्ष 2019 में थाना सिडकुल में मुकदमा दर्ज कराया था। पकड़े गये आरोपी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी छात्रवृत्ति घोटाले में वर्ष 2020 में गिरफ्तार किया था, जोकि फिलहाल जमानत पर बाहर है। आरोपी को मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसको जेल भेज दिया।

एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया प्रदेश में हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में पाया गया वर्ष 2014-15 व वर्ष 2015-16 में त्रिवेणी इंस्टिटयूट ऑफ मैनेजमेंट एजुकेशन मेरठ बागपत रोड ग्राम डोला बागपत उत्तर प्रदेश ने समाज कल्याण विभाग हरिद्वार से छात्रवृत्ति के नाम पर 01 करोड़ 21 लाख 44 हजार 450 रुपए लिए थे। शैक्षणिक संस्थान के निदेशक की ओर से दिए गए तथ्य सही नहीं पाए जाने पर 21 अक्टूबर 2019 में एसआईटी की ओर से थाना सिडकुल हरिद्वार में मुकदमा दर्ज कराया गया। विवेचना एसआईटी टीम में शामिल उप निरीक्षक राजीव उनियाल को दी गई। जांच में पाया गया शैक्षणिक संस्थान में जिन छात्रें का दाखिला दर्शाया गया है, उन छात्रें ने संस्थान में कभी शिक्षा ग्रहण नहीं की थी। छात्रों के बैंक अकाउंट में छात्रवृत्ति का एक भी रुपए नहीं गया था। समाज कल्याण विभाग हरिद्वार की ओर से छात्रवृत्ति के नाम पर दी गई धनराशि संस्थान के निदेशक अंकुर राणा पुत्र सोमपाल निवासी मकान नंबर 269 प्रथम तल इरा एपर्सन गार्डन सेक्टर-2 मेरठ बाईपास थाना कंकरखेड़ा मेरठ के बैंक अकाउंट में गयी। एसआईटी टीम आरोपी अंकुर राणा को गिरफ्तार करने वर्ष 2020 में मेरठ गई तो मालूम हुआ कि आरोपी इसी संस्थान में हुई छात्रवृत्ति घोटाले में उत्तर प्रदेश बागपत पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, तभी से एसआईटी टीम संस्थान के निदेशक के जेल से बाहर आने का इंतजार कर रही थी। विवेचना अधिाकारी राजीव उनियाल को सूत्रों से जानकारी लगी अंकुर राणा जेल से जमानत पर रिहा होकर बाहर आ गया है। और आजकल अपने घर पर आया हुआ है। इसी सूचना पर टीम ने मेरठ पर दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हरिद्वार लाकर पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया कि समाज कल्याण विभाग से अपने शैक्षणिक संस्थान पर फर्जी छात्रों का दाखिला दर्शाकर 01 करोड़ 21 लाख 44 हजार 450 रुपए का सरकारी धन का गबन किया था। टीम ने आरोपी का मेडिकल कराने के बाद हरिद्वार कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया

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