गोरखपुर सर्राफा लूटकांड बस्ती के दरोगा ने सिपाहियों के साथ मिलकर दिया अंजाम
गोरखपुर…….
गोरखपुर पुलिस ने गोरखपुर सर्राफा लूटकांड के मामले का भंडाफोड़ किया है। इस मामले का अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि खाकी वर्दी वाला ही निकला। जानकारी के अनुसार, बस्ती जिले में तैनात दारोगा धर्मेन्द्र यादव ने ही दो सिपाहियों महेन्द्र यादव और संतोष यादव के साथ मिलकर सर्राफा कारोबारियों से सोना, चांदी और नगदी लूटी थी। दरअसल बस्ती पुलिस के दागी पुलिसकर्मियों ने दो सर्राफा कारोबारियों से चेकिंग का झांसा देकर 19 लाख का सोना और 10 लाख नगद लूट लिए थे और फरार हो गए थे। एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने वारदात को लेकर गंभीरता दिखाई और 24 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया। साथ ही सरगना दारोगा महेन्द्र यादव समेत 6 आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने की है।
एसएसपी ने बताया कि बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाने में तैनात दारोगा महेन्द्र यादव और उसके साथ के दो सिपाही सर्राफा कारोबारियों से लूट कर रहे थे। पुलिस ने घटना के दौरान लूटे गये सोना और नगदी की बरामदगी की है। साथ ही शाहपुर थाना के खंजाची चैराहे के पास से दिसंबर 29 को सर्राफा कारोबारी के मुनीब से लूटे गये चांदी की भी बरामदगी पुलिस ने की है। इस वारदात के दौरान खाकी के दागी पुलिसकर्मियों ने खुद को कस्टम अधिकारी बताकर लूटकांड को अंजाम दिया था। एसएसपी ने आगे बताया कि गिरफ्त में आए तीनों पुलिसकर्मियों के अलावा दूसरे तीन आरोपियों में से महाराजगंज जिले के निचलौल कस्बे का शैलेश यादव सेवन-सी नाम से न्यूज पोर्टल चलाया करता है। साथ ही शैलेश यादव दागी पुलिसकर्मियों के लिए मुखबिरी किया करता था। शैलेश यादव को सूचना निचलौल के सर्राफा बाजार में सक्रिय प्रॉपर्टी डीलर दुर्गेश अग्रहरि दिया करता था। एसएसपी ने खाकी के दागी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।