बड़ों के साथ बच्चे भी कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली के लिए झंडे बनाने में जुटे
जालंधर……
कृषि बिल को लेकर 26 जनवरी को दिल्ली में परेड निकाली जा रही है। इस लेकर हर जगह पूरी जोर-शोर से तैयारी चल रही है। वहीं संघर्ष में योगदान देकर जालंधर में किसान आंदोलन के लिए झंडे तैयार किए जा रहे हैं। जिसमें बड़ों के साथ स्कूल के बच्चे भी शामिल है। झंडे बनाने में मदद कर रही सोशल वर्कर जसवीर कौर ने बताया कि जब से किसान आंदोलन शुरु हुआ है, तब से वह टीम के साथ झंडे बनाने का काम कर रही हैं। पहले रोज 100 से 150 के करीब झंडे तैयार होते थे लेकिन अब 1000 के करीब झंडे बन रहे। जिन्हें बनाने में 5 से 6 घंटे का समय लग जाता है। इन झंडों को बनाने में बच्चों से लेकर बड़े तक सभी शामिल है।
18 साल की हरवीर ने बताया कि वह पिछले 15 से 20 दिन से झंडे बनाने का काम कर रही है। अब तक उनकी टीम द्वारा 25 से 30 हजार झंडे बनाए गए है। पंजाब की विभिन्न यूनियनों द्वारा झंडों की काफी डिमांड है जिन्हें वह पूरा करने की कोशिश कर रहे है। 19 साल की फरीदकोट की कमलदीप कौर ने बताया कि वह पिछले 1 महीने से झंडे बनाने का काम कर रही है। इससे पहले वह टिकरी बार्डर पर भी 15 दिन रह कर आई है। उनसे जीतना हो सके वह उतना इस संघर्ष में अपना योगदान डाल रही है। उनके साथ इसमें सुखप्रीत, मनी भट्टी व टीम के अन्य सदस्य भी शामिल हैं।