व्यापारियों पर दर्ज मुकदमों के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा
हरिद्वार…….
शहर के व्यापारियों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस कराये जाने की मांग को लेकर कांग्रेस सेवादल प्रदेशाध्यक्ष राजेश रस्तौगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेस सेवादल कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शहर के व्यापारियों के खिलाफ कोतवाली नगर में दर्ज हुए मुकदमें वापस लेने की मांग की गयी है। साथ चेताया है कि अगर 30 दिनों के भीतर मुकदमें वापस नहीं होते तो कांग्रेस सेवादल कोतवाली नगर के बाहर और गांधी पार्क देहरादून में उग्र प्रदर्शन करेगा। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सतीश कुमार ने कहा की भाजपा सरकार लगातार राज्य के किसानों, नौजवानों, व्यापारियों का शोषण कर रही है, हरिद्वार के व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने में सरकार के एक काबीना मंत्री का बहुत बड़ा योगदान है, कांग्रेस पार्टी व्यापारियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराये जाने की घोर निंदा करती हैं। कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुंभ मेले का नोटिफिकेशन जारी कराए जाने की मांग करना कौन सा अपराध हैं, व्यापारियों ने कौन सा देश विरोधी कार्य कर दिया था जो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किये गये। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तराखंड आते हैं भारी भीड़ जुटती है किंतु किसी भाजपाई के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं होता है। हरिद्वार में संतों का पट्टा विशेष कार्यक्रम होता है, सम्मान समारोह होता है, भीड़ जुटती है किंतु किसी संघ के विरुद्ध कोई मुकदमा दर्ज नहीं होता है। जब व्यापारी दुनिया भर के हिंदुओं में है प्रसिद्ध कुंभ मेले के नोटिफिकेशन को जारी करने की मांग करते हैं, तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है, ऐसा क्यों होता है, यह भाजपा की हिंदू विरोधी मानसिकता है, यह व्यापारियों के स्वाभिमान को कुचलने का षड़यंत्र हैं। कहा कि यदि 30 दिन के अंदर अंदर भाजपा सरकार ने व्यापारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस नहीं लिया तो कांग्रेस सेवा दल कोतवाली हरिद्वार और गांधी पार्क देहरादून में उग्र धरना प्रदर्शन आयोजित करेगा। इस अवसर पर ओम प्रकाश, हरजीत सिंह, अरुण कुमार, राशिद सलमानी, आशीष शर्मा, सूर्य प्रताप रावत, तेज प्रकाश साहू, इरशाद अली, मोनापाल, राखी देवी, विशाल राजपूत, विजय कुशवाहा, वीपी सिंह तेजयान, प्रताप सिंह, इरशाद मंसूरी, मोहन सैनी आदि उपस्थित रहे।