टिकाऊ तकनीकी अपनाने के लिए किसानों को आर्थिक प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता – प्रो.कमल वत्ता
नई दिल्ली —–
कृषि वैज्ञानिक सम्मेलन भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान उत्सव 2020 का एक महत्वपूर्ण आयोजन है। यह किसी वैज्ञानिकों, कृषि क्षेत्र में नवाचार करने वाले किसानों, शिक्षकों, और छात्रों को विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए सक्रिय भागीदारी हेतु एक साथ एक मंच उपलब्ध कराता है। इस मंच पर कृषि में समझौते से सहकारिता, एनआरएम- चुनौतियां और नीतिगत ढांचा, उपयोगी कृषि प्रौद्योगिकियों और कृषि उत्पादन प्रणाली, कृषि क्षेत्र में आंकड़ा आधारित प्रौद्योगिकियों और उनके प्रबंधन तथा नवाचार और कृषि पर विचार मंथन संभव है। इस आयोजन का उद्देश्य कृषि पर मौसमी आपदाओं के प्रभाव को कम करने के समाधान उपलब्ध कराना और कृषि क्षेत्र से जुड़े कम आय वालों के लिए कृषि को एक भरोसेमंद आय का स्रोत बनाना है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, कैलाश चैधरी ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान उत्सव 2020 के अंतर्गत दो दिवसीय कृषि वैज्ञानिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद, डॉ. टी मोहपात्रा, सचिव डीएआरई और डीजी, आईसीएआर इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में रहे। इस आयोजन में वैज्ञानिकों, छात्रों और किसानों समेत लगभग 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।