पोंजी घोटाले में ईडी ने एग्री गोल्ड ग्रुप की 4109 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की
नई दिल्ली ———–
देश के बड़े पोंजी घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एग्री गोल्ड ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ बड़ी मुहिम चलाई। उसने मनी लांड्रिंग कानून के तहत विभिन्न राज्यों में उसकी 4109 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों को जब्त कर लिया। ईडी मंगलवार को उसके तीन प्रमोटरों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
जांच एजेंसी ने अपने एक बयान में कंपनी की जब्त संपत्तियों का ब्योरा दिया है। इनमें आंध्र प्रदेश में स्थित 48 एकड़ में फैले अरका लेजर एंटरटेंमेंट्स प्रा.लि. के हालैंड एम्यूजमेंट पार्क, 2809 भू संपत्तियां, विभिन्न कंपनियों के शेयर तथा संयंत्र और मशीनें आदि शामिल हैं। इन संपत्तियों को प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत जब्त किया गया है। कंपनी की ये संपत्तियां आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु तथा तेलंगाना में स्थित हैं।
ईडी ने कंपनी के खिलाफ दर्ज विभिन्न शिकायतों के बाद जांच शुरू की थी। इन शिकायतों में आरोप लगाया गया था कि कंपनी ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा कर्नाटक के 32 लाख से ज्यादा निवेशकों से राशि जमाकर करीब 6380 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है। पोंजी घोटाले के मुख्य आरोपित वेंकटरामाराव, वेंकट एस नारायण राव तथा हेमा सुंदरा वारा प्रसाद हैं जो एग्री गोल्ड ग्रुप आफ कंपनीज के प्रमोटर हैं। इनको जांच एजेंसी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कंपनी ने कृषि भूमि व प्लाट दिलाने के नाम पर लोगों को जाल में फंसाया था।
क्या है मामला –
ए.वेंकट रामाराव ने अपने भाइयों और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर 150 से अधिक कंपनियों की स्थापना की और विकसित प्लाटध्कृषि भूमि उपलब्ध कराने के वादे के साथ आम जनता से पैसे जमा कराने शुरू कर दिए। निवेशकों को न तो प्लाट मिले और न ही उनकी जमा राशि वापस मिली।