जानिये चर्मरोग में क्या करता है अंगूर
औषधीय गुण
- बसन्त ऋतु में अंगूर की डाली को काटने से एक प्रकार का रस निकलता है। उसको त्वचा के ऊपर लगाने से चर्मरोगों में बहूत लाभ होता है।
- लकड़ी की भस्म को सिरके में मिलाकर लगाने से कुत्ते के जहर में लाभ होता है।
- लकड़ी की भस्म 6 माशे, गोखरू के रस में कुछ दिन पिलाने से पथरी में लाभ होता है।
- पत्ते पर घी चुपड़कर के आग पर खूब गर्म करके पोतो पर बांधने से सूजन कम होती है।
- पित्त ज्वर और उसकी प्यास को मिटने के लिए अगूर का शर्बत पिलाना चाहिये।
- काढ़ा पिलाने से रूका हुआ पेशाब खुलकर आता है।