CAA विरोधी प्रदर्शन के फरार आरोपियों के घर पर पुलिस चस्पा किया नोटिस, अब होगी संपत्ति जब्त
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पिछले साल सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़काने के आठ आरोपियों के घर के बाहर पुलिस ने नोटिस लगा दिए हैं। पुलिस का कहना है कि जिन लोगों के घर के बाहर नोटिस लगाए गए हैं, उन पर यूपी गैंगस्टर एक्ट और यूएपीए एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। यह सभी लोग केस दर्ज होने के बाद से फरार हैं। ठाकुरंगज थाने के एसएचओ राजकुमार ने बताया कि सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में दौरान हिंसा भड़काने वाले 27 लोगों के खिलाफ इसी साल मार्च में केस दर्ज किए गए थे। इनमें से सात ने कोर्ट जाकर अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया है, जबकि 11 को गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी बचे आठ लोग फरार हैं। इसीलिए हमने इनके घर के बाहर नोटिस लगा दिया। अब हम सीआरपीसी के नियमों के तहत कोर्ट जाकर इनकी संपत्ति जब्त करने की मांग करेंगे।
बता दें कि लखनऊ के कई इलाकों में दिसंबर में सीएए-एनआरसी प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। ठाकुरगंज इलाके में भी 19 दिसंबर को उपद्रव हुआ था। लखनऊ पुलिस ने जिन 27 लोगों पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़काने का केस किया है, उन पर सतखंड पुलिस आउटपोस्ट में आग लगाने का आरोप हैं। प्रदर्शनों के दौरान कई वाहन और सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा था। इसी साल मार्च में लखनऊ पुलिस ने हिंसा के आरोपियों की तस्वीरों वाले होर्डिंग कई जगहों पर लगा दिए थे। हालांकि, तब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी शासन को फटकार लगाते हुए इसे निजता के हनन का मामला बता दिया था। बाद में योगी सरकार ने इन होर्डिंग्स को उतरवाया था। जिले में कई पुलिस स्टेशनों में सैकड़ों लोगों के खिलाफ हिंसा में शामिल होने के मामले दर्ज हैं।