शादी के लिए मैरिज गार्डन के बजाय होटलों की बुकिंग मैरिज गार्डन संचालक व टेंट कारोबारी हो रहे परेशान
( भोपाल)
कोरोना वायरस को लेकर जारी अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान शादी- विवाह करवाने मैरिज गार्डन को लेकर बंदिशें तो हटा दी गईं, लेकिन मेहमानों की संख्या 200 निर्धारित कर दी गई है। ऐसे में लोग बड़े मैरिज गार्डन की बजाय होटल के हॉल या छोटे-बड़े सामुदायिक भवनों की बुकिंग करा रहे हैं। इस कारण मैरिज गार्डन व टेंट कारोबारियों के समक्ष समस्या खडी हो गई है। कोरोना संक्रमण के दौर में मैरिज गार्डन व टेंट कारोबार भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। अप्रैल-मई में जब विवाह के मुहूर्त थे, तब लॉकडाउन लगा हुआ था। इससे मैरिज गार्डन नहीं खुले थे।इसके चलते भोपाल टेंट लाइट एवं कैटरर्स एसोसिएशन ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि मैरिज गार्डन, पार्क या मैदान के आकार के हिसाब से मेहमानों के शामिल होने की अनुमति दी जाए। भोपाल टेंट लाइट कैटरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रिंकू भटेजा ने बताया कि केंद्र सरकार ने शादी पार्टी के लिए हॉल में अधिकतम 200 व्यक्तियों के भाग लेने की अनुमति दी है, जबकि बड़े आकार के मैरिज गार्डन, पार्क एवं खुले मैदान के लिए केंद्र ने राज्य सरकारों को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। इसके बावजूद अब तक मप्र सरकार ने इसे लेकर निर्णय नहीं लिया है। इस वजह से लोग मैरिज गार्डन के बजाय होटल में हॉल बुकिंग कराने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। मैरिज गार्डन का एक दिन का किराया भी लाख रुपये से ऊपर ही होता है। इस कारण भी लोग मैरिज गार्डन के हॉल में वैवाहिक आयोजन कराने की बजाय होटलों में कराना ज्यादा बेहतर समझ रहे हैं। चूंकि, मैरिज गार्डन बड़े आकार के हैं, जिनमें निर्धारित शारीरिक दूरी का पालन किया जा सकता है। इसलिए शासन से आकार अनुसार अनुमति दिए जाने की मांग की गई है। फेडरेशन आफ मध्यप्रदेश टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष परमजीतसिंह खनूजा ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी का सबसे ज्यादा असर टेंट व्यवसाय पर पड़ा है। पूरे साल लगभग 50 विवाह के मुहूर्त होते हैं। उनमें से अप्रैल, मई व जून में सबसे अधिक होते हैं। लॉकडाउन के कारण पूरा सीजन समाप्त हो गया, जिससे टेंट व्यापारियों को बहुत अधिक नुकसान हो गया है। दीपावली के बाद नवंबर-दिसंबर में विवाह के सिर्फ दस मुहूर्त है। वर्ष 2021 में भी 21 अप्रैल से पहले कोई मुहूर्त नहीं है। इस कारण टेंट व्यवसाय लंबे समय तक प्रभावित रहेगा। मैरिज गार्डन संचालकों के अनुसार यदि कोई गार्डन या मैदान 20 हजार स्क्वेयर फीट का है तो वहां सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से पर्याप्त शारीरिक दूरी का पालन कराया जा सकता है। इसलिए अधिकतम 550 मेहमानों को विवाह समारोह में शामिल होने की अनुमति मिलना चाहिए। बता दें कि राजधानी में 150 से अधिक मैरिज गार्डन और 700 टेंट हाउस है। इस व्यवसाय से करीब 15000 कर्मचारी और उनके परिवार जुड़े हैं।