Saturday, May 18, 2024
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बिहार चुनाव में बागी बिगाड़ेंगे खेल

नई दिल्ली —
बिहार के विधानसभा चुनाव में विभिन्न दलों के बागी उम्मीदवार भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। जब अपने दल से मायूस हुए तो किसी और दल का दामन थाम लिया। कुछ ऐसे भी हैं, जिनकी दूसरे दल में भी बात नहीं बनी तो निर्दलीय ही अखाड़े में उतर गए। अब वे जिस दल से पहले जुड़े थे, उसी के उम्मीदवार के खिलाफ खड़े हो गए हैं। ऐसे बागी सभी दलों में हैं। इनमें सबसे अधिक भाजपा के हैं। अपनी ही पार्टी के खिलाफ विरोध झंडा बुलंद करने वाले ये बागी जीत का गणित बिगाड़ भी सकते हैं। भाजपा की नीतियों व गठबंधन धर्म के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ने वाले नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। पार्टी ने अभी नौ नेताओं को चिह्नित कर भले ही छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है लेकिन अब भी पहले ही चरण में पार्टी के कई नेता चुनावी मैदान में डटे हैं। जबकि दूसरे व तीसरे चरण के लिए ऐसे नेताओं को भी नाम वापसी तक का समय दिया गया है। अगर वे नाम वापस नहीं लेते हैं तो उनका भी निष्कासन तय है। अभी पार्टी जो नेता बागी होकर मैदान में डटे हैं, उनमें रामेश्वर चैरसिया सासाराम से, राजेन्द्र सिंह दिनारा से, उषा विद्यार्थी पालीगंज से, श्वेता सिंह संदेश से, झाझा से रवीन्द्र यादव, जहानाबाद से इंदू कश्यप, अजय प्रताप जमुई, मृणाल शेखर अमरपुर तो अनिल कुमार बिक्रम से चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें अजय प्रताप रालोसपा, अनिल कुमार निर्दलीय तो बाकी लोजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में डटे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार अभी कुछ और नेता पहले चरण में ही चुनावी मैदान में डटे हैं। चुनाव लड़ रहे ये सभी भाजपा से परोक्ष-अपरोक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। शेखपुरा से भाजपा नेता राजेन्द्र गुप्ता और पूर्व जिलाध्यक्ष दारो बिंद चुनावी मैदान में डटे हैं। बड़हरा से पूर्व विधायक आशा देवी निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं, जबकि भाजपा नेता व प्रसिद्ध गायक भरत शर्मा ने निर्दलीय नामांकन किया है। मखदुमपुर सुरक्षित सीट से रानी कुमारी लोजपा तो शाहपुर से शोभा देवी, जगदीशपुर से पूर्व विधायक भाई दिनेश जाप से चुनावी मैदान में हैं। घोसी से आरएसएस पृष्ठभूमि वाले राकेश कुमार सिंह, इमागंज सुरक्षित से कुमारी शोभा सिन्हा लोजपा से तो वजीरगंज से राजीव कुमार जाप से चुनाव लड़ रहे हैं। रजौली सुरक्षित से अर्जुन राम, नवादा से शशि भूषण कुमार, गोविंदपुर से रंजीत यादव लोजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में डटे हैं। पिछली बार रंजीत की पत्नी भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में थीं। आने वाले दिनों में भाजपा में बागियों की संख्या में और वृद्धि होनी तय है। बांकीपुर से सुषमा साहू निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर चुकी हैं। मनेर से भाजपा नेता पूर्व विधायक श्रीकांत निराला तो बनियापुर से तारकेश्वर सिंह लोजपा से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। दर्जन भर और सीटों पर नेताओं के नाम चल रहे हैं जो अभी पर्दे के पीछे हैं। पार्टी नेता भी यह मानते हैं कि पिछली बार 157 सीट की तुलना में इस बार भाजपा 110 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा कुछ का टिकट काटा गया है तो कई सीटों पर एक से अधिक दावेदार हैं। इस कारण बागियों की संख्या में वृद्धि होनी तय है।

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