Saturday, May 4, 2024
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चार्ज ना देने की हठधर्मिता. बडे घोटाले की और सकेंत – जानिए पूरी खबर

पवन भारतीय

हरिद्वार / लक्सर –
मोहम्मदपुर बुजुर्ग बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समिति में ए आर हरिद्वार द्वारा नियुक्त सचिव को चार्ज ना देकर सिंडिकेट ने अपनी पावर का एहसास करा दिया है इसके साथ ही समिति में लगभग 20 लाख के गबन के आरोपी सचिव को बचाकर शायद समिति को एक और बड़े गबन का सर प्राइस देने की तैयारी कर चुका सिंडिकेट अब उच्चाधिकारियों को यह संकेत देने को आतुर है कि समिति को विभाग नहीं सिंडिकेट चला रहा है
मिली जानकारी के अनुसार समिति सभापति के अनुरोध पर जिला सहायक निबंधक मान सिंह ने अपने कार्यालय से संबद्ध कैडर सचिव दिलावर सिंह को अपने आदेश दिनांक 2 सितंबर 2020 के अनुसार समिति प्रबंध निदेशक के पद पर नियुक्त करते हुए आदेशित किया कि समिति प्रबंध निदेशक / समिति कर्मचारी अमरीता से समिति का समस्त चार्ज प्राप्त करके समिति प्रबंध निदेशक पद के दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें
जिला सहायक निबंधक द्वारा अपने इस आदेश से सहायक विकास अधिकारी सहकारिता लक्सर कुलबीर सिंह अपर जिला सहकारी अधिकारी तहसील लक्सर दान चंद नपच्याल सहित शाखा प्रबंधक लक्सर, सचिव/ महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक हरिद्वार तथा अध्यक्ष जिला प्रशासनिक कमेटी /जिला सहकारी बैंक हरिद्वार को भी सूचित किया गया था । ए आर के इस आदेश के क्रम में नव नियुक्त सचिव को समिति में ज्वाइन किए एक महीना गुजर जाने पर आज तक भी चार्ज नहीं मिला है इस संबंध में समिति सभापति ने बताया कि हमारे द्वारा कई बार कहे जाने पर भी अमृता ने चार्ज नहीं दिया है इसके संबंध में हमने संबंधित अधिकारियों को भी अवगत कराया है इसके बावजूद भी अमृता चार्ज देने को राजी नहीं है और अब तो अमृता ने स्पष्ट कर दिया है कि मैं किसी भी हालत में चार्ज नहीं दूंगी प्रकरण सभी विभागीय उच्चाधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं किए जाना समिति में किसी गंभीर गड़बड़ी की ओर संकेत करता है समिति में गंभीर गड़बड़ी की आशंका की पुष्टि इससे स्पष्ट हो जाती है कि वर्ष 2017-18 में समिति में लगभग 20 लाख के गबन के जिम्मेदार तत्कालीन प्रबंध निदेशक किरण पाल सिंह से गवन की राशि की वसूली की कार्रवाई करने के बजाय वर्ष 2018 -19 में तत्कालीन सचिव विजय पाल सिंह द्वारा आरोपी किरण पाल सिंह का नाम ही हटा दिया गया
हद तो तब हो गई जब समिति के एक पूर्व एमडी द्वारा गबन की गई राशि की वसूली के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत किए जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ इससे स्पष्ट हो जाता है कि विभाग में कोई ताकतवर सिंडिकेट सक्रिय है
मोहम्मदपुर बुजुर्ग बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समिति तो मात्र एक सैंपल है जबकि पूरा सहकारिता आंदोलन ही सिंडिकेट के हाथों चढ़ चुका है

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