राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने औषधीय पौधों के लिए सहायता संघ की शुरुआत की
नई दिल्ली ——-
आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) ने औषधीय पौधों की आपूर्ति श्रृंखला तथा मूल्य श्रृंखला के लिए हितधारकों के बीच संपर्क बनाने की आवश्यकता जताई है। एनएमपीबी सहायता संघ गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री, अनुसंधान और विकास, खेती, औषधीय पौधों के व्यापार ध् बाजार से संबंधित कार्य करने आदि पर बातचीत ध् विचार-विमर्श (तक सीमित नहीं) करेगा। किसानों और निर्माताओं के बीच उत्कृष्ट संबंध स्थापित करने के लिए श्बीज से गोदामश् दृष्टिकोण की शुरुआत की जा रही है, जिसके अंतर्गत गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री (क्यूपीएम), बेहतर कृषि पद्धतियों (जीएपीश्एस), फसल कटाई के बाद की उन्नत कार्यप्रणालियों (जीपीएचपीश्एस) से संबंधित पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। एनएमपीबी सहायता संघ के पहले चरण में औषधीय पौधों की प्रस्तावित प्रजातियां इस प्रकार से हैं – अश्वगंधा (विथानिया सोम्निफेरा), पिप्पली (पाइपर लौंगम), आंवला (फिलांथस एंब्लिका), गुग्गुलु (कमिफोरा वाइटी) और शतावरी (एसपैरागस रेसमोसस)।
