जानिए किस गुर्जर राजा ने अपनी ब्राह्मण बहन के यहा भात भरा
भारतीय परम्परा में विवाह के समय दूल्हा/दूल्हन के मामा द्वारा भात भरने की रस्म बडी प्राचीन रस्म है। भगवान कृष्ण के द्वारा भी पौराणिक काल में अपनी पत्नी रूकमणी के साथ जाकर नरसी सेठ की बेटी के यहा भात की रस्म अदा की गई थी।
आज के भौतिक युग में जहा लोगो को अपने सगे सम्बन्धियों के साथ निभाये जाने वाले रिश्तो व परम्पराओं का निर्वाहन करना घटता जा रहा है। हरिद्वार की लंढौरा रियासत जो भारत में गुर्जर समाज की सबसे बड़ी रियासतों में गिनी जाती है। लंढौरा के राजा कुॅवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपनी पत्नी व बेटे और बेटियो के साथ लंढौरा के अपने पडोसी पंडित कालूराम की बेटी कमलेश शर्मा के पुत्र के विवाह में उनके निवास स्थान गाजियाबाद में भात की रस्म को पुरे सम्मान एवं आदर के साथ पूरा किया । और एक ब्राह्मण बहन की एक गुर्जर भाई ने भात देकर देश के सामने प्यार,मोहब्बत की एक मिसाल कायम की है।
इस मामले में जब कुॅवर प्रणव सिंह चैंपियन से बात की तो उन्होने बताया कि उनके महल के पास पंडित कालूराम जी का परिवार रहता था। और उनके परिवार से राजपरिवार के बहुत अच्छे सम्बन्ध थे। दादी राज माता सरस्वती जी व पिता राजा नरेन्द्र सिंंह जी का उनसें बहुत लगाव था । कुछ वर्ष पूर्व पंडित कालूराम जी के बेटे पंडित पवन शर्मा का देहान्त हो जाने के कारण परिवार पर दुखो का पहाड़ टूट पडा था। उनके भाई के न होने के कारण हमने अपना भाई का दायित्व समझा और बहन कमलेश को कहा कि भाई पवन की मृत्यु भगवान की मर्जी थी। अभी तो आपका भाई जिन्दा है और जिन्दादिल भी है। आप शादी की तैयारी करें आपका भाई चैंपियन परिवार सहित रूड़की से गाजियाबाद आपके घर भात भरने आएगा। और आज हम अपने पत्नी और पूरे परिवार सहित भात भरने पहुचे और पुरे रस्म रिवाज के साथ भात भरा। और हम आपके चैनल के माध्यम से समाज से अपील करना चाहते है कि जात,धर्म,गरीब,अमीर की भावना से उपर उठकर अपने पडोसीयो के सुख दुख में सहभागी बने।