दो साल से नहीं दी आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि
देहरादून।
आयुष्मान योजना के तहत डाक्टरों एवं कर्मचारियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के 50 लाख से ऊपर दबाए रखने के मामले में रिपोर्ट तलब की गई है। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना एवं एमएस डा. केसी पंत ने लेखा और आयुष्मान विंग के कर्मचारियों में आपसी समन्वय नहीं होने पर नाराजगी जताई है। उन्हें समन्वय बनाकर जल्द डाक्टरों एवं कर्मचारियों की लिस्ट फाइनल करके देने की हिदायत दी है। ताकि संबंधित डाक्टर एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जा सके। बताया गया है कि कर्मचारियों में आपसी समन्वय नहीं होने की वजह से ये मामला लंबा खिंच रहा है और जनवरी 2020 से अब तक कोई फैसला इस पर नहीं हो सका है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है। वहीं अन्य मदों में कर्मचारियों के हक का पैसा खर्च कर दिया गया। एमएस डा. केसी पंत ने कहा कि सोमवार तक प्रशासनिक कार्यालय की छुट्टी है। उसके बाद तत्काल मरीजों, सोसायटी से मिली राशि, खर्च राशि और डाक्टर कर्मचारियों की लिस्ट समेत पूरा रिकार्ड मांगा गया है। उधर, प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने भी इस मामले में सख्त नाराजगी जताकर कर्मचारियों को फटकार लगाई है। वहीं उन्होंने दावा किया है कि अस्पताल में दो बार डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को योजना के तहत लाखों रुपये इंसेंटिव बांटा गया है। जबकि अन्य जगहों पर इंसेंटिव दिया नहीं जा सका है। कई मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों समेत अन्य अस्पतालों से उन्हें मौखिक एवं लिखित रूप में इंसेंटिव बांटे जाने की जानकारी मांगी गई है।