डायरिया के साथ वायरल, बच्चे ज्यादा प्रभावित
भोपाल,
कोरोना के मरीज कम होने के बाद अब वायरल फीवर ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में मेडिसिन विभाग की ओपीडी में आने वाले मरीजों में 50 से 60 फीसद अकेले वायरल फीवर के होते हैं। बड़ी बात यह है कि इस बार वायरल फीवर में डायरिया भी हो रहा है। वायरल बुाार से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हो रहे हैं। निजी और सरकारी अस्पतालों में शिशु रोग विभाग की ओपीडी में पहले से दोगुने मरीज आ रहे हैं। गंभीर मरीजों को भर्ती भी करना पड़ रहा है। इनमें 30 फीसद वायरल और बैक्टीरियल निमोनिया वाले होते हैं। राजधानी के शिशु रोग विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बच्चों में फैले बुखार जैसा नहीं है। हमीदिया अस्पताल के छाती व श्वास रोग विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. पराग शर्मा ने बताया कि कई मरीजों केा सात दिन तक तेज बुखार आ रहा है। उन्होंने सलाह दी है कि भीगने से बचें। बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो या सीटी जैसी आवाज आ रही हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।