Tuesday, April 16, 2024
दिल्ली

अमेरिका में नस्लीय भेदभाव

नई दिल्ली

अमेरिका के ओहियो राज्य से कुछ तस्वीरें आई हैं, जहां एक टाउन हॉल मीटिंग के दौरान ली वॉन्ग नाम के एक पूर्व सैनिक ने कुछ ऐसा किया, जिसने अमेरिका में बढ़ते नस्लीय भेदभाव पर एक नई बहस छेड़ दी। उन्होंने टाउन हॉल के दौरान अपना कोट उतारा और फिर शर्ट खोल कर अपने शरीर पर आई चोटें मीडिया को दिखाईं। ऐसा करते हुए उनकी जुबान पर यही शब्द थे कि क्या ये चोटें उन्हें देशभक्त साबित करने के लिए काफी हैं? इन तस्वीरों में इतनी ताकत थी कि इसने अमेरिका में एशियाई मूल के नागरिकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के मुद्दे को जीवित कर दिया और हमें लगता है कि अमेरिका को इससे काफी तकलीफ हुई होगी।
अमेरिका में जब से कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है, तब से वहां एशियाई मूल के नागरिकों पर हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं और इनमें भारतीय मूल के लोग भी हैं। कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, 2020 में अमेरिका में एशिया-अमेरिकियों पर होने वाले हमलों में 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यही नहीं मार्च से सितम्बर 2020 के बीच में ऐसी ढाई हजार हिंसक घटनाएं सामने आईं।
अमेरिका में बढ़ती नस्लीय हिंसा को कुछ दिनों पुरानी एक घटना से भी समझा जा सकता है। 16 मार्च को अमेरिका के अटलांटा में अंधाधुंध गोलीबारी हुई थी और इसमें 8 लोगों मारे गए थे, जिनमें से 6 एशियाई मूल के थे और ये सभी महिलाएं थीं। पिछले साल अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या कर दी गई थी।

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