कांग्रेसी नेत्री का बेटा दहेज हत्या मामले में गिरफ्तार, आरोपियों के सम्बंध में जांच जारी
SANDEEP CHAUHAN
हरिद्वार 👉🏾
ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने यशिका गौतम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी पति को गिरफ्रतार कर लिया है। जबकि अन्य आरोपियों के सम्बंध में जांच की जा रही है, जिनके घटना में संलिप्ता पाये जाने पर गिरफ्रतारी की हो सकती है। पुलिस ने आरोपी पति को मेडिकल के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसको वहां से जेल भेज दिया गया है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि यशिका गौतम की मौत के मामले में आरोपी पति शिवम् भगत पुत्र स्व- घनश्याम भगत निवासी मौहल्ला देवतान ज्वालापुर को आज गिरफ्रतार कर लिया गया है। जिसको जिला अस्पताल में मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसको जेल भेज दिया गया है। घटना के मामले में अन्य आरोपियों के सम्बंध में जांच की जा रही है। जिनके घटना में सलिप्ता पाये जाने पर उनकी गिरफ्रतारी की जाएगी। बताते चले कि 24 फरवरी की शाम को याशिका गौतम पत्नी शिवम् भगत निवासी मौहल्ला देवतान ज्वालापुर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया था। जहां पर तीन चिकित्सकों के पैनल ने रात को ही मृतका का पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सुपूर्द कर दिया था। परिजनों ने रात को ही मृतका का अन्तिम संस्कार कर दिया था। घटना के सम्बंध में मृतका के पिता महेंद्र गौतम पुत्र स्वर्गीय रामस्वरूप गौतम निवासी मोहल्ला नील खुदाना ज्वालापुर ने तहरीर देते हुए ससुरालियों पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए ज्वालापुर में ससुराल पक्ष के छह लोगों पूनम भगत पत्नी स्वर्गीय घनश्याम भगत, पति शिवम भगत ऊर्फ ऐश्वर्य, सौभाग्य भगत, कार्तिक वशिष्ठ पुत्र योगेश वशिष्ठ, शिवांगी पाराशर पत्नी अमन पाराशर व अमन पाराशर को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप हैं कि शादी के बाद से उसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए प्रताड़ित करतेे थे और दहेज में ऑडी कार की डिमांड कर रहे थे। ससुरालियों ने 31 दिसंबर 2020 में दहेज की मांग पूरी न होने पर उन्होंने रात में याशिका को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। जिसका देवभूमि अस्पताल में इलाज कराया गया था, बाद में आपसी समझौता होने के बाद उसे ससुराल भेज दिया था। कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष ने दोबारा दहेज में कार लाने की बात कह कर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आरोप हैं कि 23 फरवरी को याशिका ने अपनी मां को फोन कर अपनी जान का खतरा बताया था। जब 24 फरवरी कोे बेटी से फोन पर बातचीत नहीं हुई तो मैंने अपने बेटे धरुव गौतम को याचिका के पास मिलने के लिए भेजा। जहां देखा कि वह अपने बेड पर घायल अवस्था में पड़ी हुई थी। जिसको उपचार के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने पीडित पिता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार में थी। बताया जा रहा हैं कि आज पुलिस को मृतका की मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी पति शिवम् भगत को गिरफ्रतार कर लिया। मृतका की पोेस्टमार्टम रिपोर्ट में हैगिंग की बात कही जा रही है। जबकि पुलिस ने मृतका का विसरा जांच के लिए रिजर्व कर लिया है।