पंडित की नियुक्ति पर सवाल उठाने वाली एमपीसीए समिति बर्खास्त- एजीएम में बहुमत से प्रस्ताव पारित
इंदौर……
मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) की तीन सदस्यीय क्रिकेट समिति को बर्खास्त कर दिया गया है। संगठन की यहां रविवार शाम हुई बैठक वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर बर्खास्त किया गया है। एमपीसीए के एक अधिकारी के अनुसार बर्खास्त की गई क्रिकेट समिति में प्रशांत द्विवेदी, योगेश गोलवलकर और मुर्तजा अली जैसे पूर्व घरेलू क्रिकेटर शामिल थे। इन्हें समिति के सदस्यों के रूप में एमपीसीए के अक्टूबर 2019 में संपन्न पिछले चुनावों के दौरान तीन साल के लिए निर्वाचित किया गया था। समिति ने एमपीसीए के मुख्य कोच के रूप में भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर चंद्रकांत पंडित की पिछले साल की गई नियुक्ति में वैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए संगठन के कामकाज पर ही सवाल उठा दिये थे जिसके बाद से ही दोनों पक्षों में मतभेद जारी थे। समिति ने मुख्य कोच के रूप में पंडित की नियुक्ति और अन्य मसलों को लेकर एमपीसीए प्रबंधन के खिलाफ मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में कुछ दिन पहले ही एक याचिका भी दायर की थी।
एमपीसीए के सचिव संजीव राव ने कहा, एमपीसीए की रविवार शाम आयोजित एजीएम में एक सदस्य ने इस आशय का प्रस्ताव पेश किया कि मौजूदा क्रिकेट समिति पर सदस्यों का भरोसा कायम नहीं रह गया है और समिति के क्रियाकलापों से संगठन की छवि खराब हो रही है। उन्होंने कहा, ष्एमपीसीए के कुछ सदस्यों ने इस प्रस्ताव का विरोध भी किया। लेकिन ज्यादातर सदस्यों ने इसका समर्थन किया जिसके बाद क्रिकेट समिति को बहुमत के आधार पर बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ष्उम्मीद है कि एमपीसीए की नयी क्रिकेट समिति जल्द गठित होगी। इस बीच, एमपीसीए की एजीएम में शामिल होने के बाद पूर्व अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, एमपीसीए के मुख्य कोच के रूप में चंद्रकांत पंडित की नियुक्ति को लेकर कोई भी विवाद नहीं है। पंडित, देश के दिग्गज क्रिकेट विशेषज्ञों में शामिल हैं और हमारा सौभाग्य है कि वह कोच के रूप में हमारे संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं।