भारत बना यूएनएससी का अस्थायी सदस्य, आतंकवाद से लड़ने पर देगा जोर
नई दिल्ली —
लंबे जद्दोजहद के बाद भारत आज से संयुक्त राष्ट्र में नए रोल में होगा। भारत आज से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना है। भारत को आठवीं बार ये अहम जिम्मेदारी मिली है। इस पद के लिए भारत दो साल के लिए चुना गया है। इस दौरान भारत दुनिया के अहम सामरिक और रणनीतिक मामलों में अपने नजरिए से ग्लोबल पावर बैलेंस को प्रभावित करेगा।
भारत के अलावा 4 और देश यूएनएससी के सदस्य बने हैं। ये देश हैं नॉर्वे, मेक्सिको, आयरलैंड और केन्या।
टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि अपने कार्यकाल में भारत दुनिया भर में आतंकवाद से लड़ने पर जोर देगा और आतंकवाद को पनाह देने वाली ताकतों की साजिशों का पर्दाफाश दुनिया के सामने करेगा।
इसके अलावा भारत का फोकस अफगानिस्तान में शांति बहाली की कोशिशों पर होगा। राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित कर सकते हैं। भारत को अगस्त महीने में यूएनएससी की अध्यक्षता मिलने वाली है। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी संक्रमण के दौरान सराहनीय काम किया है और दुनिया के कई देशों को मदद मुहैया कराई है।
उन्होंने एशिया महादेश में चीन की विस्तारवादी नीति पर भी चर्चा की और कहा है कि 21वीं सदी में किसी भी देश का ये रवैया नहीं चल सकता है। राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास की अवधारणा के मानव केंद्रित रूप की चर्चा की और कहा कि विकास का फोकस समग्र मानवता का कल्याण होना चाहिए।