पंचायत चुनाव बना चैंपियन की वापसी का आधार
देहरादून — हरिद्वार में अगले साल होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा अभी से सतर्क हो गई है। खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की भाजपा में वापसी के पीछे एक बड़ी वजह यह भी रही। चैंपियन ने पिछले वर्ष दिसंबर में हुए हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उपचुनाव में भाजपा की राह आसान बनाने में भूमिका निभाई थी। उनके संयमित व्यवहार के साथ ही इसका भी पार्टी नेतृत्व ने संज्ञान लिया और उनकी वापसी पर मुहर लगाई। इसके अलावा भाजपा ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को भी इसके केंद्र में रखा।
लगातार विवादों में रहे विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को भाजपा ने पिछले वर्ष जुलाई में बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके जरिये पार्टी ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि भाजपा में अनुशासन तोड़ने की किसी को इजाजत नहीं है, फिर चाहे व्यक्ति किसी भी पद पर क्यों न हो। इस बीच दिसंबर 2019 में हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उपचुनाव में चैंपियन ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कार्य किया। असल में विधायक चैंपियन की पत्नी रानी देवयानी हरिद्वार जिला पंचायत की सदस्य हैं और भाजपा की जीत में उनकी मुख्य भूमिका रही।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद पार्टी की प्रांतीय कोर कमेटी ने विधायक चैंपियन की वापसी का फैसला लिया। उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के इस पर नाराजगी जताने के संबंध में पूछने पर भगत ने बताया कि बलूनी से रविवार शाम और सोमवार सुबह बातचीत की गई।