सोच बदलनी होगी – तिबाडी
गुलाम नबी आजाद
नागौर – डीडवाना के राजकीय बांगड महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में गर्भस्थ शिशु सरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम किशोर तिवाडी ने कहा कि समाज की सोच बदल कर ही हम बेटीयो के सरक्षण को बढावा दे सकते है। बेटे ओर बेटी के बीच जो भेदभाव आया है उसी का नतिजा है कि महिला व पुरूष के अनुपात का सन्तुलन बिगडा है। तथा समाज में सवेंदनाये मृत होती जा रही है। लोग आतंकवादीयो के मानवाधिकार के लिये सड़को पर आ जाते है। लेकिन गर्भ में ही रोजाना हजारो जानें लील दी जाती है। उनकी और किसी का ध्यान नही जाता गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुये तिवाड़ी ने कहा की कन्या भ्रुण हत्या प्रति लोगो को जागरूक करने के साथ साथ विधि सम्मत कानून भी मजबूत बनाया जाये। कार्यक्रम मे मौजूद गर्भस्थ शिशु सरंक्षण समिति के नगर अध्यक्ष संपत प्रजापत ने कहा की डीडवाना क्षेत्र में कन्या भ्रुण हत्या की रोकथाम और आम अवाम को भ्रुण हत्या से समाज और शरीर दोनो को हो रहे नुकसान से समिति जागरूक कर रही है। इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रभारी सरिता रूवाठिया ने कहा की नगर अध्यक्ष संपत प्रजापत के नेत्रत्व में डीडवाना क्षेत्र में बडे पैमाने पर जागरूकता बढ रही है वही प्रदेश सरिता ने भ्रुण हत्या पर अपनी कविता के माध्यम से भी समझाने का काम किया। कार्यक्रम में उपस्थित प्राचार्य सी0पी0 गोड ने सभी का आभार व्यक्त किया। इसके बाद पं बच्छराज व्यास आदर्श विद्या मन्दिर के बच्चो को भी तिबाडी ने सम्बोधित किया। जहा प्रधानाध्यापिका मीना श्रीमाली ने आभार व्यक्त किया ।