पुलवामा आतंकवादी हमले का जोरदार विरोध
पिथौरागढ़ – जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों की शहादत के सम्मान में धारचूला बाजार अभूतपूर्व रूप से बंद रहा। इस दौरान पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न हिस्सों में आतंकवाद और पाकिस्तान के विरोध में युवाओं ने प्रदर्शन किया और पुतले जलाये। धारचूला के अलावा, डीडीहाट, मुनस्यारी, मदकोट, नाचनी, क्विटी और बंगापानी में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडिल मार्च निकाला गया।
धारचूला के ग्वाल गांव में गोरखा समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला फूंका। इस दौरान सीआरपीएफ जवानों की हत्या से गुस्सा युवाओं ने पाकिस्तान और कश्मीरी आतंकियों के विरोध में जमकर नारेबाजी। गोरखा समुदाय के भूपेंद्र बराल, दीपक शाह के नेतृत्व में पुलवामा की घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। गोरखा समुदाय के ओम खनाल ने कहा कि पाकिस्तान कायराना हरकत कर हमारे सैनिकों को धोखे से मार रहा है। पूरा देश जवानों के साथ खड़ा है, सरकार को सख्त से सख्त कार्यवाई करनी चाहिए, करन बराल ने कहा की सीमांत क्षेत्र में शोक की लहर है। पूरा देश गुस्से में है, सरकार को पीओके और पाकिस्तान के आतंकवादी अड्डों को खत्म कर देना चाहिए। पुतला दहन करने वालों में सुनील खनाल, अनूप खनाल, रूपेश कौशल, प्रदीप कुमार, जीशान अंसारी, राजू थापा, विक्रम बराल, भूपेंद्र बराल बिट्टू, गणेश भट्ट, लगन गुरुंग, भूपेंद्र थापा, मन्नू थापा आदि युवा उपस्थित थे।
इधर मुनस्यारी के मदकोट, मुनस्यारी, नाचनी, क्विटी, बंगापानी में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकवादी हमले के बिरोध में शुक्रवार शाम युवाओं ने केंडिल मार्च निकाला और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उधर, डीडीहाट में भी शुक्रवार शाम आतंकवादी हमले को लेकर जीआईसी से गांधी चौक तक केंडिल मार्च निकाला गया, उसके बाद गांधी चौक पर शहिदों को श्रद्धांजलि दी गई।